‘जूनो’ अब तक निर्मित तकनीकी का सबसे तेज़ चलने वाला खोजी अन्तरिक्ष यान है। जिसे पाँच वर्ष के मिशन के दौरान लगभग 16000 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से बृहस्पति का चक्कर लगाना है। चार टन वजनी ‘जूनो’ को अमेरिकी अन्तरिक्ष एजेन्सी ‘नासा’ ने हमारे सौरमंडल के ग्रह बृहस्पति की खोज मिशन के लिए विकसित किया है। जिसका नाम रोमन देवता ज्यूपिटर की पत्नी जूनो के नाम पर रखा गया है। ज्यूपिटर को ही बृहस्पति के नाम से भी जाना जाता है। जूनो को आज रात नौ बजकर चार मिनट पर पाँच बूस्टर इंजन वाले एटलस-5 राकेट से छोड़ा जायेगा।
एटलस-5 अब तक के मानव रहित अन्तरिक्ष मिशन के लिए सबसे ताकतवर समझा जाने वाला राकेट इंजन हैं।
