जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो...
खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो
ग़म की गर्द मिली
चाहत के नग़मे चाहे तो
आँहें सर्द मिली
दिल के बोझ को धुँधला कर गया जो ग़मखार मिला
हमने तो जब...
बिछड़ गया... बिछड़ गया हर साथी देकर
पल दो पल का साथ
किसको फ़ुरसत है जो थामे दीवानों का हाथ
हमको अपना साया तक अक़सर बेज़ार मिला
हमने तो जब...
इसको ही जीना कहते हैं तो
यूँ ही जी लेंगे
उफ़ न करेंगे लब सी लेंगे
आँसू पी लेंगे
ग़म से अब घबराना कैसा, ग़म सौ बार मिला
हमने तो जब...